बुजुर्ग व दिव्यांग पेंशनरों की मोबाइल पेंशन डाक सेवा शुरु करने की मांग

गुरुग्राम, (आशुतोष )नवम्बर: बुजुर्ग व दिव्यांग पेंशनरों की असुविधा को देखते हुए उनके घर पर ही पेंशन प्रदान करने के लिए मोबाइल पेंशन डाक सेवा शुरु करने की मांग को लेकर वीरवार को वरिष्ठ भाजपा नेता एवं वार्ड 10 के पूर्व पार्षद मंगत राम बागड़ी व पार्षद शीतल बागड़ी ने गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम से संबोधित मांग पत्र सौंपा। विधायक ने आश्वासन दिया कि वे इस समस्या के समाधान के लिए पूरा प्रयास करेंगे और शीघ्र ही बुजुर्ग और दिव्यांग पेंशनरों को सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने विधायक को सौंपे मांग पत्र में उल्लेख किया है कि दौलताबाद फ्लाईओवर के नीचे स्थित उप डाकघर रेलवे रोड शाखा की क्षमता कम होने के कारण बुजुर्गों, दिव्यांगों और महिलाओं को घोर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सम्मान भत्ता के रुप में सरकार द्वारा प्रदान की जा रही इस पेंशन को प्राप्त करने के उन्हें जलालत झेलनी पड़ती है। पेंशनर सुबह 5 बजे से ही डाकघर पर आकर पूरे दिन इंतजार करते हैं और अक्सर ऐसा होता है कि उन्हें बिना पेंशन प्राप्त किए भी वापस लौटना पड़ता है। पेंशन पाने के लिए बुजुर्ग और दिव्यांग कई कई दिनों तक धक्का खाने को मजबूर हो रहे हैं। काफी ऐसे दिव्यांग और बुजुर्ग पेंशनर हैं जो डाकखाने तक आने में पूरी तरह से असमर्थ हैं। सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस पेंशनर का कोई सहयोगी ना हो और वह पेंशन लेने के लिए डाकखाने तक आने मेें पूरी तरह से अक्षम हो, उसे पेंशन कैसे प्राप्त होगी? यह समस्या किसी एक स्थान की नहीं है बल्कि गुरुग्राम के साथ पूरे हरियाणा के बुजुर्ग और दिव्यांग पेंशनर इस समस्या का सामना कर रहे हैं। जागरुक लोगों और पेेंशनरों की मांग है कि उन्हें घर पर ही पेंशन उपलब्ध कराने के लिए डाक पेंशन मोबाइल सेवा शुरु की जाए। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि रेलवे रोड उप डाकघर से वार्ड 10 के साथ अन्य वार्डों के करीब 4500 पेंशनर अटैच हैं। जबकि डाकघर पर सुविधाओं का अभाव है। डाकघर काफी छोटे दायरे में संचालित है और महज चार कर्मचारी हैं। इसके अलावा डाकघर पर ना तो पेयजल और टॉयलेट की व्यवस्था है और ना ही बैठने का स्थान है। इसके कारण पेंशन वितरण का कार्य प्रभावित होता है। ऐसी स्थिति गुरुग्राम के अन्य उप डाकघरों के अलावा पूरे हरियाणा की है। पूरे हरियाणा में पेंशनर इस समस्या से जूझ रहे हैं। बुजुर्ग,असहाय और दिव्यांग पेंशनरों को सरकार द्वारा यह सम्मान भत्ता उन्हें जीवन निर्वाह के लिए प्रदान किया जाता है जबकि इस पेंशन को लेने के लिए उन्हें जलालत झेलनी पड़ती है। हमारी मांग है कि प्रदेश सरकार द्वारा 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों और समस्त दिव्यांग पेंशनरों के लिए मोबाइल पेंशन वितरण योजना लागू की जाए। इसके साथ इससे कम उम्र के सभी पेंशनरों की पेंशन को बैंक से अटैच किया जाए ताकि पेंशन सीधे उनके खाते में जाए। जब तक यह व्यवस्था संभव नहीं हो पाती है तब तक उप डाकघरों में व्याप्त समस्याओं को दूर किया जाए। बुजुर्ग, लाचार, दिव्यांग व्यक्तियों को पूरी उम्मीद है कि जनहित में आप इस मांग को प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री मनोहर लाल और प्रशासन के समक्ष रखते हुए शीघ्र इस दुव्र्यवस्था को दूर कराने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने सह भी निवेदन किया कि अगर आवश्यक हो तो इस मांग को विधान सभा में भी उठाया जाए। इस पर विधायक ने सकारात्मक आश्वासन दिया।