बड़ी खबर ये है- श्रीलंका ब्लास्ट में 4 JDS नेताओं समेत 6 भारतीयों की मौत

कोलंबो. श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में सोमवार दोपहर बम डिफ्यूज करते वक्त एक और धमाका हुआ। इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। ब्लास्ट सेंट एंथोनी चर्च के पास हुआ, जहां रविवार को भी आतंकियों ने धमाका किया था। चर्चों और होटलों में हुए आतंकी हमलों में मरने वालों की संख्या 290 हो गई है। इनमें जेडीएस के 4 नेताओं समेत 6 भारतीय शामिल हैं। 33 विदेशी नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने इमरजेंसी की घोेषणा की है। यह सोमवार आधी रात से लागू होगी।
श्रीलंका सरकार ने कहा कि धमाकों के पीछे स्थानीय कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) का हाथ हो सकता है। मंत्री रंजीता सेनारत्ने ने बताया, ''धमाकों में शामिल सभी फिदायीन हमलावर श्रीलंका के नागरिक थे। राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख ने 11 अप्रैल से पहले ही इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) को हमलों को लेकर चेतावनी दी थी। इन हमलों के पीछे विदेशी लिंक भी हो सकता है।'' एनटीजे श्रीलंका का कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन है। यह पिछले साल उस वक्त चर्चा में आया था जब उसने बुद्ध की मूर्तियों को तोड़ा था।
भारतीय तट रक्षक अलर्ट
श्रीलंका में धमाकों के बाद श्रीलंका से लगी समुद्री सीमा पर तट रक्षक बल अलर्ट हो गया है। निगरानी के लिए विमानों और जहाजों की तैनाती की गई है। तट रक्षक बल ज्यादा एहतियात बरत रहा है, ताकि 26/11 जैसे हमला दोहराया ना जा सके।
जेडीएस के तीन नेता लापता
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बताया कि श्रीलंका दौरे पर गए 7 जेडीएस कार्यकर्ताओं में 4 की मौत हो गई है। उन्होंने ट्वीट किया, ''मैं कोलंबो हमले में जान गंवाने वाले हमारे लोगों के लिए दुखी हूं। दौरे पर गए 7 लोगों में चार लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में लक्ष्मण गौड़ा रमेश, केएम लक्ष्मीनारायण, एम रंगप्पा और केजी हनुमनथरायप्पा शामिल हैं।''
अब तक 24 संदिग्ध गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में अब तक 24 संदिग्धाें को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि, किसी भी आतंकी संगठन ने अब तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली। रविवार देर रात पुलिस को कोलंबो एयरपोर्ट के पास छह फीट लंबा पाइप बम मिला। इसे एयरफोर्स ने डिफ्यूज कर दिया। सोमवार को बस स्टैंड पर 87 डेटोनेटर मिले।
स्थानीय स्तर पर बना था बम
एयरफोर्स के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन गिहान सेनेविरत्ने ने बताया कि एयरपोर्ट पर मिला आईईडी स्थानीय स्तर पर बना था। बम के मिलने के बाद एयरपोर्ट जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। श्रीलंका की एयरलाइन कंपनियों ने भी कड़ी सुरक्षा जांच के चलते यात्रियों को फ्लाइट के उड़ान भरने से चार घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचने के निर्देश जारी कर दिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने की निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना और पीएम रानिल विक्रमसिंघे से बात की। साथ ही ट्वीट कर घटना की कड़ी निंदा की। मोदी ने कहा कि हमारे क्षेत्र में बर्बरता के लिए कोई जगह नहीं है। भारत श्रीलंका के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने मृतकों और घायलों के परिवारों के साथ संवेदना जताई।
भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए
+94777903082, +94112422788,+94112422789, +94112422789