हरियाणा में चुनावी माहौल बनना शुरू

चंडीगढ़, प्रवीण शर्मा। प्रदेश में चुनावो की तैयारियों को लेकर सभी पार्टियो का शक्तिप्रदर्शन शुरू हो गया है। भाजपा ने जींद रैली से इसका आगाज किया था। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुडडा ने होड़ल से रथयात्रा की शुरूआत कर पार्टी हाईकमान और अन्य दलो के सामने अपना वजूद दिखाने के लिए पूरा दम लगा दिया। अब प्रदेश का मुख्य विपक्षी दल इनेलो भी सात मार्च को दिल्ली दस्तक की तैयारी कर अपना शक्ति प्रदर्शन करेगा।
वैसे तो हरियाणा की भाजपा का कार्य काल अगले साल अक्तूबर में खत्म होगा। लेकिन भाजपा सहित अन्य सभी पार्टियों की और से कयास ये ही लगाऐं जा रहे है कि सरकार समय से पहले चुनाव कराने के मूड़ में दिख रही है। जिसके चलते कोई भी दल अपनी तैयारियों में ढील नही करना चाहता है।
हरियाणा में पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई भाजपा और दस साल तक राज करने वाली कांग्रेस ने चुनावी बिगुल फूंक दिए हैं। अब बारी राज्य के प्रमुख विपक्षी दल इनेलो की है। जाट बेल्ट जींद और दक्षिण हरियाणा के प्रमुख शहर होडल से अपने चुनाव अभियानों का आगाज करने वाली भाजपा व कांग्रेस अब इनेलो की धार देखने को तैयार हैं। इनेलो ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 7 मार्च को किसान अधिकार रैली का एलान कर रखा है। इनेलो की इस रैली के बाद राज्य में पूरी तरह से चुनावी माहौल कायम हो जाएगा।
कांग्रेस के बाकी दिग्गजों किरण चौधरी, रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी सैलजा, कुलदीप बिश्नोई और अशोक तंवर भी अपने-अपने ढंग से चुनाव अभियान का आगाज कर चुके हैं। हुड्डा की रथयात्रा के संयोजक धर्मसिंह छौक्कर के अनुसार अब चुनावी रथ थमने वाला नहीं है।
पिछले 14 सालों से सत्ता से दूर हरियाणा के प्रमुख विपक्षी दल इनेलो ने इस बार अपनी रणनीति को बदला है। इनेलो पार्टी का काम अभय सिंह चौटाला संभाल रहे हैं। सांसद दुष्यंत सिंह चौटाला, अशोक अरोड़ा, रामपाल माजरा और जसविंद्र संधू सरीखे नेताओं का उन्हें भरपूर साथ मिल रहा है।
7 मार्च को जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर इनेलो दिल्ली में दस्तक देने वाला है। चौटाला के इस शक्ति प्रदर्शन पर भाजपा और काग्रेस की निगाह टिकी है। आम आदमी पार्टी भी 23 मार्च को रोहतक में रैली करेगी। चौटाला की रैली के बाद राज्य में नए राजनीतिक समीकरणों का भी आगाज हो सकता है, इसमें कहीं कोई शक नहीं है।